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परंपरा नगर चौरासी कुछ निम्न प्रश्न ओर उसके उत्तर

Q.1. Where is the tradition Nagar chaurasi celebrated? Answer – Tradition Nagar chaurasi is made in Rajgarh, Tehsil Sardarpur, District Dhar, Madhya Pradesh. Question 2. What message does Parampara Nagar Chaurasi give? Answer- Tradition Nagar chaurasi gives the message of unity in diversity, diversity. Question 3. How many times Parampara Nagar chaurasi has been organized in Rajgarh? Answer – Now 25 times in Rajgarh, the tradition of Nagar chaurasi has been organized. Q.4.Tell about the tradition Nagar chaurasi?  Answer- The identity of India is especially its unity in diversity. This identity only increases the pride of our nation. Unity in diversity is also our heritage. Tradition Nagar chaurasi Tradition is a symbol of unity in diversity, in which people of all religions and castes take food offerings on the same line. You have Bhandara, Langar, but in nagar chaurasi, Hindu-Muslim-Bohra-Jain-Christian-Sikh all eat without discrimination, the event is held in Rajgarh, Tehsil Sardarpur, District Dhar, Madhya Pradesh, here it is now 25 times. Nagar Chaurasi has been organized, this is its specialty.



 प्रश्न.1.परंपरा नगर चौरासी कहा मनाई जाती है?

उत्तर-नगर चौरासी राजगढ़,तहसील सरदारपुर,जिला धार,मध्यप्रदेश में बनाई जाती है।

प्रश्न.2. परंपरा नगर चौरासी क्या सन्देश देती है?

उत्तर- परंपरा नगर चौरासी अनेकता में एकता ,विविधता का सन्देश देती है।

प्रश्न.3. राजगढ़ में कितनी बार नगर चौरासी का आयोजन हो चुका है?

उत्तर-राजगढ़ में अब 26 दिनांक 8 मई 2022 बार आयोजन परंपरा नगर चौरासी का हुआ है।

प्रश्न.4.परंपरा नगर चौरासी के बारे बताए ?

 उत्तर- भारत की पहचान ही है विशेष रूप से अनेकता में एकता से है। यह पहचान ही हमारे राष्ट्र का गौरव बढ़ाता है। अनेकता में एकता हमारी धरोहर भी है। 

       Nagar Chaurasi परंपरा अनेकता में एकता की परिचायक है जो कि एक ही पंगत पर सभी धर्मों व जातियों के लोग भोजन प्रसादी ग्रहण करते है। 

        यू तो भंडारा, लंगर होता ही है लेकिन nagar chaurasi में हिन्दू-मुस्लिम-बोहरा-जैन-ईसाई-सिख सभी बिना भेदभाव के साथ मे भोजन करते है आयोजन राजगढ़,तहसील सरदारपुर,जिला धार,मध्यप्रदेश में होता है यहां अब 26 बार यह नगर चौरासी का आयोजन हो गया है यही इसकी विशेषता है। 


       

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राजगढ़ नगर- एक परिचय

  मध्य प्रदेश की धार जिले के सरदारपुर अनुविभाग राजगढ़ नगर आता हैॅ। यह एक व्यापारिक नगर कहा जाता है। इस नगर में सोना-चाॅदी , कपड़ा , अनाज आदि का व्यापार प्रमुखतः होता है।    इस नगर में दादा गुरुदेव की कार्यस्थली रहने के कारण यहां घर-घर में राजेन्द्रसूरिष्वरजी महाराजा के प्रति भक्ति भावना की बनी रहती है। यहा हर वर्ग गुरुदेव की जयकारें लगाते है। साथ ही मालवभूषण आचार्य श्री नवरत्नसागरजी की गृहनगरी भी है ओर पांच धाम एक मुकाम अति प्राचीन माताजी मन्दिर क्षेत्र का ऐसा मन्दिर है जो जन जन की आस्था का केन्द्र है।   राजगढ़ नगरी को मन्दिरो की नगरी भी कहा जाता है।

विविधता में अनेकता में एकता का सन्देश देती नगर चौरासी-

           मध्यप्रदेश के जिला धार तहसील सरदारपुर के नगर राजगढ़ नगर में परंपरा नगर चौरासी में हिंन्दुओ,मुस्लिम अन्य धर्मो व सभी जातियों का भाग लेना विविधता में अनेकता में एकता का सन्देश देती है।   यही विविधता में अनेकता में एकता भारत को एक बेहतरीन देश साबित कर रहा है। भारत ही ऐसा देश है जहा बहुत स्पष्ट है वहा की विविधता। जहा कई धर्म,जाति,संस्कृति ओर परंपरा के लोग एक साथ रहते है।   इसी ओर 20 हजार से अधिक आबादी जहा हिन्दु-मुस्लिम-सिक्ख-ईसाइ ओर विभिन्न जातियों के लोग रह रहे है ओर इस नगर की यही विशिष्टता है जहा एक पंगत पर सभी जातियों के लोग किसी न किसी अवसर पर साथ में बैठकर सहभोज करते है। आम भाषा में नगर भोज या सर्वधर्म समाज के लोगो का सहभोज इसको नगर चौरासी के नाम से जाना जाता है।   नगर चौरासी का मतलब यहा के लोगो द्वारा बताया जाता है चौरासी जातियों सभी कौम के लोग।    लगभग यह नगर चौरासी सन् 2000 से अभी तक यह जारी है लगभग 15 से 20 हजार लोगो द्वारा इसमे भाग लिया जाता है। यह नगर चौरासी किसी प्रसंग या मन्दिर की प्राण प्रतिष्ठा पर होती है।...